
रीवा में बिजली विभाग से निष्कासित आउटसोर्स कर्मचारियों का 6 दिन से आमरण अनशन जारी है। अनशन कर रहे कर्मचारियों में से एक प्रमोद कुमार चतुर्वेदी की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दो दिन से उनकी तबीयत खराब थी, मेडिकल चेकअप में हालत गंभीर पाए जाने पर डॉक्टर ने उन्हें रेफर किया।
प्रमोद को रविवार देर रात तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनका इलाज जारी है। संगठन के सदस्य अनुजधर पांडेय ने बताया कि आंदोलन के 6 दिन हो गए, लेकिन प्रशासन और बिजली विभाग का कोई अधिकारी अब तक नहीं पहुंचा।
26 कर्मचारियों की बहाली को लेकर आंदोलन
17 जून से संभागायुक्त कार्यालय के सामने कोठी कंपाउंड में ये कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं। ये सभी बिजली वितरण कंपनी रीवा में आउटसोर्स के माध्यम से मीटर रीडिंग का काम करते थे। 26 जून 2024 से इन्हें ब्लैकलिस्ट कर घर बैठा दिया गया है। कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें बहाल किया जाए।
भारी बारिश में भी अनशन जारी रखा
विंध्य आउटसोर्स कर्मचारी संगठन के बैनर तले चल रहे इस आंदोलन में प्रमोद कुमार चतुर्वेदी, उमेश कुमार साकेत और अनुजधर पांडेय आमरण अनशन पर बैठे हैं। बारिश और खराब मौसम के बावजूद ये कर्मचारी डटे हुए हैं। उमेश साकेत की तबीयत भी बिगड़ रही है, लेकिन किसी अधिकारी ने अब तक संपर्क नहीं किया।
पहले भी दो बार किया था आंदोलन
इन कर्मचारियों ने इससे पहले भी दो बार आंदोलन किया था, लेकिन अधिकारियों के आश्वासन के बाद अनशन स्थगित किया गया था। बहाली नहीं होने पर अब दोबारा आमरण अनशन शुरू किया गया है।