
इंस्टाग्राम पर लाइक और व्यूज पाने की चाहत में एक युवक ने अपनी गैंग बनाई। इसके बाद ऑनलाइन नकली पिस्टल, चाइना चाकू और लोहे की कटार मंगवाकर क्षेत्र में वर्चस्व दिखाने के लिए सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ वीडियो और फोटो अपलोड कर दिए।
जब ये वीडियो और फोटो तेजी से वायरल होने लगे, तो जबलपुर पुलिस ने संज्ञान लेते हुए गैंग के 6 सदस्यों को रविवार-सोमवार दरमियानी रात को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से अवैध हथियार और नकली पिस्टल बरामद हुई है।
पकड़े गए सभी आरोपी मझौली थाना क्षेत्र के ग्राम बनखेड़ी के रहने वाले हैं। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि जिस कार में बैठकर इन युवकों ने वीडियो-फोटो बनाए, वह किसकी है।
सोशल मीडिया में बनाना चाहते थे दबदबा
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत शर्मा को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ युवक सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ फोटो-वीडियो अपलोड कर रहे हैं, ताकि इलाके में अपनी धाक जमा सकें। इसी बीच सूचना मिली कि मझौली थाना क्षेत्र में कुछ लड़के गैंग बनाकर सड़कों पर घूम रहे हैं।
थाना प्रभारी जे.पी. द्विवेदी ने टीम के साथ मिलकर कार्रवाई करते हुए 6 युवकों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि ज्यादा से ज्यादा लाइक और व्यूज पाने के लिए उन्होंने हथियारों के साथ फोटो और वीडियो इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए थे।
ऑनलाइन मंगवाए थे हथियार
मझौली पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट की धारा 25 के तहत केस दर्ज किया है, जबकि अन्य तीन के खिलाफ बीएनएसएस की धारा 170 के तहत कार्रवाई की गई है।
- बृजेश कोल (निवासी बुडरई) से एक चाइना चाकू
- राजेन्द्र कोल (निवासी बनखेड़ी) से लोहे की कटार
- आकाश कोल (निवासी सिहोजना) से एक लोहे का चाकू बरामद किया गया है।
- इसके अलावा अनुराग कोल, सावन कोल और बीरू कोल को भी गिरफ्तार किया गया है, जो बृजेश कोल की गैंग के सदस्य थे।
एसपी ने की अपील
पुलिस अधीक्षक जबलपुर, सम्पत उपाध्याय ने नागरिकों से अपील की है कि सोशल मीडिया का जिम्मेदारी से उपयोग करें। फेसबुक, यूट्यूब, व्हाट्सएप, ट्विटर आदि पर आपत्तिजनक वीडियो, पोस्ट या मैसेज अपलोड करना एक संज्ञेय अपराध है।
यदि कोई असामाजिक तत्व इस तरह की गतिविधि करता है, तो ऐसे कंटेंट को न लाइक करें, न शेयर करें और न ही फॉरवर्ड करें। साथ ही, ऐसी किसी भी जानकारी को तुरंत संबंधित थाने को दें।

