
रीवा के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में शुक्रवार देर रात जमकर हंगामा हुआ। जहां एक मरीज की मौत के बाद परिजनों ने सुपर स्पेशियलिटी और संजय गांधी अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उन्हें मौत का जिम्मेदार ठहराया।
इसके साथ ही मामले में कार्रवाई की मांग करते हुए जमीन पर बैठ गए। जहां अस्पताल के मेन गेट पर बैठकर कार्रवाई की मांग करने लगे। इस दौरान परिजन जमकर आक्रोशित नजर आए। जानकारी के मुताबिक, 30 वर्षीय महिला को पहले इलाज के लिए संजय गांधी अस्पताल और फिर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल ले जाया गया था। जहां शुक्रवार रात उसकी मौत हो गई।
परिजनों का आरोप- मुश्किल से बेड मिला
मालती साकेत ने बताया कि हम मुकुंदपुर के रहने वाले हैं। 4 दिन पहले शाम 7 बजे भाभी बेटी साकेत की बीपी हाई हो गया और चक्कर आ गया। गांव के डॉक्टर को दिखाया तो उसने बोला कि रीवा ले जाइए। उसने बीपी की दवाई भी दी। संजय गांधी अस्पताल ले गए तो वहां कोई बेहतर इलाज नहीं हुआ। वहां पूरी रात मरीज को स्ट्रेचर पर लेटाए रह गए। मुश्किल से बेड मिल पाया। हालत गंभीर होने पर जब चेकअप के लिए स्टॉफ को बुलाने जाते तो डांटकर भगा देते थे। 2 मिनट बोलकर आधे घंटे बाद आते थे। 25 जून को सिटी स्कैन में ब्रेन में समस्या बता दी गई।
जिसके बाद मरीज को लेकर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल भेजा गया। लेकिन यहां भी कोई बेहतर इलाज नहीं हुआ। डॉक्टर कभी कभार 10 मिनट के लिए टहल कर निकल जाते थे। कंपाउंडर से फोन पर हाल चाल जानते थे। अगर सही समय पर समुचित इलाज मिल जाता तो हमारे मरीज की मौत नहीं होती। हमने कहा कि हमारे मरीज को रेफर कर दो बड़े शहरों में दिखा लेंगे। लेकिन यह भी नहीं हुआ।
वहीं पूरे मामले में संजय गांधी अस्पताल और सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल प्रबंधन ने लग रहे आरोपों को निराधार बताया है और मरीज के इलाज में 100 प्रतिशत देने का दावा किया है।
