
मध्यप्रदेश के महाकौशल में लगातार हो रही बारिश का असर अब दिखने लगा है। जबलपुर के बरगी डैम के गेट इस साल 23 दिन पहले खुलने जा रहे है। रविवार, 6 जुलाई को दोपहर 12 बजे बरगी डैम से पानी छोड़ा जाएगा।
डेम के गेट खोले जाने को लेकर जिला प्रशासन और बरगी बांध प्रबंधन ने नर्मदा नदी के निचले इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है। दरअसल, मंडला और डिंडौरी जिलों में हो रही तेज बारिश के चलते इन दिनों नर्मदा नदी उफान पर है। अपस्ट्रीम में नर्मदा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे बरगी बांध में पानी की आवक भी तेजी से हो रही है। जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए बांध प्रबंधन ने पानी छोड़ने का निर्णय लिया है।
क्या होगा असर?
बरगी डैम से 5,000 क्यूमेक पानी छोड़ा जा रहा है। इससे नर्मदा नदी का जलस्तर 4 से 5 फीट तक बढ़ सकता है। इस वजह से जबलपुर, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, हरदा, खंडवा, खरगोन, धार, बड़वानी और अलीराजपुर जैसे जिलों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है। प्रशासन ने लोगों को नदी किनारे न जाने की सलाह दी है।
बांध का जलस्तर 416.10 मीटर पहुंचा
बरगी डैम का अधिकतम जलभराव स्तर 422.76 मीटर है। फिलहाल बांध का जलस्तर 416.10 मीटर तक पहुंच गया है। डैम मैन्युअल के अनुसार 31 जुलाई तक जलस्तर को 417.50 मीटर बनाए रखना प्रस्तावित है। ऐसे में जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए रविवार को बांध के गेट खोलकर 5,000 क्यूमेक पानी छोड़ा जाएगा। गेटों की संख्या पानी की आवक के अनुसार घटाई या बढ़ाई जा सकती है।
2024 में बारिश के समय बरगी बांध के गेट 23 दिन बाद खोले गए थे, लेकिन 2025 में जबलपुर और आसपास के जिलों में लगातार हो रही बारिश के कारण प्रबंधन ने 6 जुलाई को गेट खोलने का फैसला लिया है।