
रीवा शहर में आबकारी विभाग की लापरवाही के चलते किराना दुकानों पर खुलेआम शराब बेची जा रही है। सबसे ज्यादा मामले चोरहटा थाना क्षेत्र में सामने आए हैं। हाईवे किनारे की दुकानों में अंग्रेजी शराब ₹700 से शुरू होकर बिक रही है, लेकिन न आबकारी विभाग ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई की और न ही पुलिस ने इन अड्डों पर शिकंजा कसा।
जब एक टीम ने खुद किराना दुकानों में शराब बिकते हुए कैमरे में रिकॉर्ड किया, तो वहां मौजूद युवक शटर गिराकर मौके से भाग गए। भागते समय उन्होंने “जय महाकाल एसोसिएट्स ग्रुप” नाम की शराब ठेका कंपनी का नाम लिया और किसी व्यक्ति से फोन पर बात करवाने की कोशिश की। लेकिन टीम ने बातचीत से इनकार कर दिया।
उमरी मोड़ पर नाम किराना का, धंधा शराब का
शहर के उमरी मोड़ जैसे इलाकों में दुकानों के नाम तो किराना दुकानों के हैं, लेकिन अंदर सिर्फ शराब बेची जा रही है। कुछ दिन पहले ही चोरहटा थाना क्षेत्र में नगर निगम आयुक्त ने एक अवैध अहाते को सील किया था, लेकिन तब भी पुलिस और आबकारी विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की।
‘आबकारी विभाग की मिलीभगत से चल रहा खेल’
इस पूरे मामले में अधिवक्ता बीके माला ने आबकारी विभाग पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि अधिकारी सिर्फ एसी कमरों में बैठकर आराम करते हैं। कभी-कभार फोटो खिंचवाने के लिए ग्रामीण इलाकों में जाकर देसी शराब तस्करों पर कार्रवाई कर आते हैं, लेकिन शहर में बड़े अड्डों पर कोई कार्रवाई नहीं होती। यह पूरा खेल आबकारी विभाग और शराब कारोबारियों की सांठगांठ से चल रहा है।