
मिलिट्री इंटेलिजेंस ने एक ऐसे व्यक्ति को पकड़ा है, जिसने सेना में नौकरी लगवाने के नाम पर एक दर्जन से अधिक लोगों से लाखों रुपए ऐंठ लिए। सेना ने आरोपी राजेश कुमार राजभर को गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात रांझी पुलिस के हवाले किया है। आरोपी मिलिट्री अस्पताल से सेवानिवृत्त हुआ है। उसके बाद से ही वह कई युवाओं को सेना में नौकरी लगवाने का झांसा देते हुए 45 लाख रुपए ऐंठ चुका है। बता दे कि मिलिट्री इंटेलिजेंस ने यह कार्रवाई शिकायत के आधार पर की है।
देर रात आरोपी के घर पर छापा मारा
दरअसल, कुछ दिनों से जबलपुर में रहने वाले लोग लगातार मिलिट्री ऑफिस में दस्तावेजों के साथ नौकरी के लिए चक्कर काट रहे थे। अधिकारियों ने कागजातों की जांच की तो पता चला कि यह फर्जी है। इस फर्जीवाड़े में सेना से रिटायर्ड राजेश कुमार का नाम सामने आया। मिलिट्री ने देर रात मढ़ई स्थित राजेश के घर पर छापा मारा और उसे पकड़कर पुलिस के हवाले किया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर पूछताछ शुरू कर दी। पुलिस आरोपी का बैंक अकाउंट एवं कॉल डिटेल्स की जांच कर रही है।
9 साल पहले हुआ रिटायर
शुरूआती जांच में पुलिस को पता चला है कि राजेश कुमार ने कई युवक युक्तियां के साथ धोखाधड़ी की है। कुछ लोगों से उसने नगद राशि ली थी। तो कुछ लोगों ने उसे ऑनलाइन रुपए ट्रांसफर करवाए थे। आरोपी 2016 में सेना से सेवानिवृत्त हुआ है, उससे पहले से 4 वर्ष तक मिलिट्री अस्पताल में पदस्थ था। जिसके कारण उसकी वहां अधिकारियों एवं कर्मचारियों से पहचान थी। सेवानिवृत्ति के बाद उसने कुछ युवकों को सेवा में नौकरी लगवाने का झांसा दिया।
उसने बताया कि उसकी बड़े अधिकारियों से अच्छी पहचान है, उनका सिर्फ शारीरिक चिकित्सकीय परीक्षण होगा। जिसमें वह जुगाड़ से पास कर देगा। उसके बाद अधिकारियो से बोलकर उनकी नियुक्ति करवा देगा। राजेश कुछ बेरोजगार युवक-युवती को अपने साथ लेकर मिलिट्री अस्पताल भी गया। जहां अपनी जान पहचान बताकर नौकरी लगवाने बोलकर उनसे ठगी किया।
तलाशी में फर्जी जॉनिंग लेटर मिले
आरोपी ने कुछ युवाओं से रुपए बैठने के बाद उन्हें नौकरी के फर्जी नियुक्ति पत्र भी दिए थे। खुफिया शाखा को आरोपित के पास से भी कुछ फर्जी नियुक्ति पत्र एवं फर्जी दस्तावेज भी मिले हैं, इनमें सील लगी पाई गई है। मिलिट्री इंटेलिजेंस ने आरोपी से जो दस्तावेज जब्त किया उनमें हेड क्वार्टर एरिया जबलपुर चिकित्सा शाखा, कमांडेंट मिलिट्री हॉस्पिटल जबलपुर ऐएसओ तृतीय, 506 आर्मी बेस वर्कशॉप कर्नल हेडक्वार्टर एमपी एरिया, जैक आरआरसी जबलपुर, आईक्यूएच के नाम से जॉनिंग लेटर दिए गए है।
एक दर्जन से अधिक को ठगा
पुलिस की जांच में यह भी पता चला है कि आरोपी ने अरविंद कोल से चार लाख 80 हजार, भगवान दास राय से 1 लाख 70000, प्रीति घोष से 4 लाख 65000, अशोक कुशवाहा से 10 लाख ,संजय सेंगर से चार लाख, नीलम सिंह राजपूत से साढ़े 3 लाख, संतोष गुप्ता से 3 लाख 75000, पूजा गुप्ता से 6 लाख 35000, संतोष कुमार से 2 लाख 84000 एवं आशीष कोल से 2 लाख 30000 रुपए लिए हैं।