
रीवा के गंगेव ब्लॉक के आलमगंज गांव में सोमवार को एक 90 वर्षीय व्यक्ति को बांस के सहारे उठा कर अस्पताल ले जाया गया। इस दौरान बुजुर्ग पूरे रास्ते जोर-जोर से दर्द से कराहता रहा। बताया कि खराब सड़क के चलते घर तक एम्बुलेंस नही पहुंच पाई। जिस वजह से परिजनों को यह तरकीब अपनानी पड़ी।
परिजनों के मुताबिक सुबह जमुना पाठक की तबीयत अचानक तबीयत बिगड़ गई। एम्बुलेंस को बुलाया पर खराब सड़क के चलते ड्राइवर ने एम्बुलेंस 2 किलोमीटर दूर ही खड़ा कर दी, जिसके बाद मरीज को बांस में लाद कर 2 किलोमीटर दूर एम्बुलेंस तक पहुंचाया गया। बुजुर्ग मरीज को बड़ी असुविधा का सामना करना पड़ा।
परिजनों को कार्डियक अटैक का डर
बुजुर्ग के परिजन रमेश पाठक ने बताया कि चाचा जमुना की अचानक शुगर लो हो गई थी। बीपी भी एबनॉर्मल थी। अचानक दिक्कत बढ़ गई। आज कल कार्डियक अटैक के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं। जिसकी वजह से परिवार घबरा गया। जिन्हें किसी कदर बांस-बल्ली और फिर एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया।
वे अभी संजय गांधी अस्पताल में हैं। संजय गांधी अस्पताल में भर्ती बुजुर्ग का इलाज जारी है। स्वास्थ्य की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है।
लोग बोल- सड़क खराब, कीचड़ से निकलना पड़ता है
स्थानीय निवासी शिवानंद द्विवेदी ने बताया कि गांव की सड़कें इतनी जर्जर हैं कि घुटनों तक कीचड़ वाले पानी से होकर निकलना पड़ता है। बीमार पीड़ित 90 वर्षीय बुजुर्ग जमुना पाठक हैं। खराब सड़क पर चारों तरफ से चारपाई भी संभालना मुश्किल हो जाता है। जमीन में पैर धंसने लगता है। इसलिए बांस बल्ली का सहारा ही लेना पड़ा।
शिवानंद द्विवेदी के मुताबिक रोड अभी बन रही है। सड़क पर मिट्टी मुरम पड़ी थी, लेकिन घटिया क्वालिटी के कारण सड़क पानी में बह गई। ठेकेदार की लापरवाही और घटिया गुणवत्ता हीन कार्य के चलते ऐसा हुआ। कुछ दिन पहले खराब सड़क की वजह से एक महिला की जान पर भी बन आई थी।
उधर पूरे मामले में कलेक्टर प्रतिभा पाल ने जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जनपद सीईओ को सड़क, उसकी गुणवत्ता और तमाम पहलुओं पर जांच के लिए कहा है।