
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। जबलपुर के सर्किट हाउस में पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने कई मुद्दे उठाए। उन्होंने कहा कि आयोग ने 8 तारीख को पत्र जारी कर 12 तारीख तक बीएलए की सूची मांगी। जबलपुर लोकसभा क्षेत्र में 2000 से 2200 बूथ हैं। इतने कम समय में 2500 लोगों की बीएलए बनाना संभव नहीं है।
पटवारी ने आरोप लगाया कि पहले 1500 वोट को 1200 वोट में बदलने की भूमिका भी चुनाव आयोग ने निभाई थी। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा उठाए गए मुद्दे का जिक्र करते हुए पटवारी ने कहा कि एक ही व्यक्ति का नाम कई जगह मतदाता सूची में मौजूद है। यह स्थिति एक प्रदेश में, विधानसभा में दो जगह और प्रदेश के बाहर भी देखी गई है।
आरोप-बीजेपी आयोग के साथ मिलकर काम करती
उन्होंने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों के उम्मीदवारों ने इस तरह की शिकायतें की हैं, लेकिन चुनाव आयोग ने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ताधारी होने के कारण बीजेपी चुनाव आयोग के साथ मिलकर काम करती है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का नैरेटिव राजनीतिक लाभ के लिए नहीं, बल्कि नागरिकों के वोट और संविधान के प्रति भरोसे की रक्षा के लिए है। पटवारी ने चेतावनी दी कि अगर लोकतंत्र की रक्षा नहीं की गई, तो आने वाली पीढ़ी को तानाशाही का सामना करना पड़ सकता है।