
जबलपुर के मदन महल-दमोह नाका फ्लाईओवर का 23 अगस्त को लोकार्पण होगा। इस मौके पर केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री मोहन यादव और अन्य वरिष्ठ जनप्रतिनिधि मौजूद रहेंगे।
हाल ही में लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने सिहोरा विधायक संतोष बरकड़े, पनागर विधायक सुशील तिवारी, जबलपुर कैंट विधायक अशोक रोहिणी, बरगी विधायक नीरज सिंह और जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों के साथ फ्लाईओवर का निरीक्षण किया था।
निरीक्षण के दौरान मंत्री राकेश सिंह ने बताया कि इस फ्लाईओवर के निर्माण के लिए जबलपुर के लोगों ने 10 साल का लंबा संघर्ष किया है, जिसका सुखद परिणाम अब सामने आ रहा है। उन्होंने कहा कि 2004 के घोषणा पत्र में इस तरह के फ्लाईओवर का संकल्प लिया गया था, लेकिन उस समय कांग्रेस सरकार के दौरान बड़े प्रोजेक्ट्स में काफी बाधाएं आती थीं।
मंत्री सिंह ने 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के नेतृत्व में इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास को मिली नई गति का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि गडकरी जी के साथ हुई एक बैठक में जबलपुर के विकास को लेकर कई अहम चर्चाएं हुई थीं, जिसमें रिंग रोड और जबलपुर-अमरकंटक-बिलासपुर नेशनल हाईवे का प्रस्ताव भी शामिल था।
यह फ्लाईओवर केंद्रीय सड़क निधि CRF के इतिहास में सबसे बड़ी लागत से बनने वाला पहला ब्रिज है। शुरुआती योजना में यह ब्रिज मदन महल से बलदेव बाग तक बनना था, लेकिन बाद में इसे दमोह नाका तक बढ़ाया गया। मंत्री सिंह ने विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि जो लोग जबलपुर को ‘एक बड़ा गांव’ कहते थे, यह फ्लाईओवर उनके लिए एक करारा जवाब है।
जबलपुर को विकास की नई उड़ान देने वाला यह फ्लाईओवर 23 अगस्त को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। इस लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ कई बड़े भाजपा नेता और जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहेंगे। यह फ्लाईओवर जबलपुर की यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने में एक मील का पत्थर साबित होगा।