
सागर में बुधवार को हुए सड़क हादसे में दमोह के जैन परिवार के चार सदस्यों की मौत के बाद गुरुवार को जबेरा में दोनों का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान हजारों की संख्या में लोग शवयात्रा में शामिल हुए। हर आंख नम थी और गांव में मातम का माहौल था।
बता दें कि सचिन जैन (40) अपनी पत्नी रितु जैन (35), गढ़ाकोटा निवासी जीजा सुपेंद्र (32), बहन, एक भांजा और अपनी दो बेटियों के साथ कार (एमपी 20 ZH 1670) से शिवपुरी के गोलकोट तीर्थ जा रहे थे। दोपहर में एनएच-44 पर शुखालीपुरा गांव के पास एक ट्रक ने उनकी कार को टक्कर मार दी। कार डिवाइडर से टकराकर पलट गई।
हादसे में रितु जैन और जीजा सुपेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई। बाकी घायलों को मालथौन पुलिस ने तत्काल सागर अस्पताल पहुंचाया। इलाज के दौरान सचिन जैन और उनके ढाई वर्षीय भांजे दक्ष ने दम तोड़ दिया। फिलहाल सचिन की बहन और उनकी बेटियां- आध्या और अवनी अस्पताल में भर्ती हैं।
परिवार पर टूटा संकट
सचिन जैन जबेरा में मिठाई की दुकान संचालित कर परिवार का भरण-पोषण करते थे। उनके परिवार में चार बेटियां, मां और एक छोटा भाई है। गुरुवार को सचिन और उनकी पत्नी रितु का शव जबेरा लाया गया, जहां गमगीन माहौल में उनका अंतिम संस्कार किया गया। वहीं सुपेंद्र और छोटे दक्ष का शव गढ़ाकोटा भेजा गया है।
गांव में शोक
गांव के लोगों का कहना है कि सचिन मिलनसार और परिवार के प्रति जिम्मेदार व्यक्ति थे। उनकी असमय मौत ने पूरे गांव को हिला दिया है। सड़क हादसे ने एक ही परिवार से चार जिंदगियां छीन लीं, जिससे जबेरा और गढ़ाकोटा दोनों जगह मातम का माहौल है।
