
रीवा जिले के जवा यूरिया खाद वितरण के दौरान किसान से मारपीट मामले में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जांच टीम बनाकर जांच के निर्देश दिए हैं। दरअसल खाद की लाइन में खड़े आदिवासी किसान प्रभु दयाल को खाद के बदले उसे पुलिस द्वारा मारपीट करते हुए थाने ले जाया गया। किसान को चोटें भी आईं, इस घटना का वीडियो भी सामने आया था। वीडियो में पुलिसकर्मी लात घूंसे से मारपीट करते देखे जा सकते हैं।
सपा ने जांच के लिए बनाई टीम
घटना को लेकर समाजवादी पार्टी ने सरकार पर सवाल उठाए हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मनोज यादव ने 20 सदस्यीय जांच प्रतिनिधिमंडल गठित किया। गठित टीम सपा के राष्ट्रीय सचिव किसान नेता शिव सिंह पटेल के नेतृत्व में आज जवा इटौरी पीड़ित आदिवासी किसान के घर पहुंचा।
प्रतिनिधिमंडल में प्रमुख रूप से सपा जिला अध्यक्ष रीवा अमरेश पटेल,जिला अध्यक्ष मऊगंज अनूप यादव,सपा के प्रदेश सचिव पूर्व प्रत्याशी जगदीश सिंह यादव,प्रदेश सचिव संतकुमार पटेल,राजमणि यादव,राष्ट्रीय सचिव अधिवक्ता सभा अशोक यादव समेत अन्य शामिल रहे।
प्रतिनिधिमंडल पीड़ित किसान के साथ-साथ ग्रामीण किसानों से भी मुलाकात कि। साथ ही एक माह पूर्व ग्राम रिमारी में दबंगों द्वारा फूलन देवी साकेत और सुखीनंद साकेत के साथ कुर्सी में बैठने को लेकर की गई, मारपीट मामले में भी प्रतिनिधिमंडल उनके गांव जाकर मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने दोनों मामलों की हकीकत के संबंध में अपनी जांच रिपोर्ट राष्ट्रीय कार्यालय और प्रदेश कार्यालय को भेजेगा।
समाजवादी पार्टी किसानों और आदिवासियों के सम्मान और अधिकार की मांग कर रही है। दोषी पुलिसकर्मियों और अधिकारियों पर तुरंत कार्यवाही हो और पीड़ित किसान को मुआवजा और न्याय मिले। सपा ने कहा कि प्रदेश में किसानों के साथ भारी अत्याचार किया जा रहा है। सरकार खाद नहीं उपलब्ध करा पा रही है और उल्टे किसानों पर लाठियां बरसाई जा रही हैं।
नियम के हिसाब से खाद मांगा तो की पिटाई
दरअसल पूरा मामला किसान समृद्धि केन्द्र जवा महूहाटोला का है। जहां पर किसान खाद लेने गया हुआ था। किसान प्रभु दयाल आदिवासी ने बताया कि जब मैं अपना टोकन लेकर काउंटर पर पहुंचा तो वहां के कर्मचारियों ने मुझे दो बोरी खाद देने के लिए बोला। तब मैंने कहा कि एक टोकन में पांच बोरी खाद देने का नियम आप लोगों ने बनाया है। गांव के सभी प्रतिष्ठित और ऊंचे तबके के लोगों को भी इसी तरह से खाद दी गई है। इसलिए मुझे भी पांच बोरी खाद दी जाए।
किसान बोला- मुझे थाने में भी टॉर्चर किया
मेरे विनम्रतापूर्वक इतना निवेदन करते ही उपस्थित पुलिसकर्मी प्रधान आरक्षक अनुराग तिवारी और आरक्षक शिवेंद्र मिश्रा गाली गलौज करने लगे। इसके बाद उन्होंने लात घूंसे से मुझे मारा। साथ ही मुकदमा दर्ज करने की धमकी देते हुए मुझे गाड़ी में बैठाकर जवा थाने भी लाया गया। मुझ पर लगातार एक के बाद एक कई प्रहार किए गए। मैं मारपीट से डर गया और सहम गया।
उधर पूरे मामले में जवा थाना पुलिस का कहना है कि जिस व्यक्ति को पुलिस ने पकड़ा था वो शराब के नशे में था। खाद वितरण केंद्र पर वह हंगामा कर रहा था, जिस वजह से पुलिस ने सख्ती दिखाई।
