
मंदिर को दुबई-अबू धाबी शेख जायेद हाइवे पर अल रहबा के समीप स्थित बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) द्वारा बनाया गया है। मंदिर अधिकारियों के अनुसार मंदिर में सात शिखर बनाए गए हैं। यह संयुक्त अरब अमीरात के सात अमीरात का प्रतिनिधित्व करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को मंत्रोच्चार के बीच संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया। रेशमी कुर्ता-धोती, जैकेट और पटका पहने हुए प्रधानमंत्री ने मंदिर विधि-विधान से मंदिर में पूजा-अर्चना की। इस दौरान मोदी ने ‘वैश्विक आरती’ में भी भाग लिया, जो बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) की ओर से दुनियाभर में बने स्वामीनारायण संप्रदाय के 1200 से अधिक मंदिरों में एक साथ की गई थी। इस मंदिर को अयोध्या के राम मंदिर की तर्ज पर नागर शैली में बनाया गया है। करीब 27 एकड़ जमीन पर बना यह मंदिर 700 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया है। मंदिर के लिए जमीन संयुक्त अरब अमीरात ने दान में दी है। मंदिर में मूर्तियों का प्राण-प्रतिष्ठा समारोह बुधवार सुबह से ही शुरू हो गया था। प्रधानमंत्री ने मंदिर में कृत्रिम रूप से तैयार की गईं गंगा और यमुना नदियों में जलार्पण भी किया।
यूएई में पहले हिंदू मंदिर सात शिखर बनाए गए
मंदिर को दुबई-अबू धाबी शेख जायेद हाइवे पर अल रहबा के समीप स्थित बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) द्वारा बनाया गया है। मंदिर अधिकारियों के अनुसार मंदिर में सात शिखर बनाए गए हैं। यह संयुक्त अरब अमीरात के सात अमीरात का प्रतिनिधित्व करते हैं। बीएपीएस के अंतरराष्ट्रीय संबंधों के प्रमुख स्वामी ब्रह्मविहरिदास ने बताया कि सात शिखरों पर भगवान स्वामीनारायण, भगवान राम, भगवान शिव, भगवान जगन्नाथ, भगवान कृष्ण, तिरूपति बालाजी और भगवान अयप्पा की मूर्तियां हैं। समारोह में फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार, तारक मेहता का उल्टा चश्मा फेम दिलीप जोशी भी मौजूद थे। उद्घाटन समारोह के दौरान सैकड़ों लोग मौजूद थे।
मानवीय इतिहास का एक नया स्वर्णिम अध्याय लिखा- पीएम मोदी
इस अवसर पर मोदी ने कहा कि आज यूएई की धरती ने मानवीय इतिहास का एक नया स्वर्णिम अध्याय लिखा है। आज वसंत पंचमी का पवित्र त्योहार भी है। पर्व मां सरस्वती का पर्व है। मां सरस्वती यानी बुद्धि और विवेक की, मानवीय प्रज्ञा और चेतना की देवी! ये मानवीय प्रज्ञा ही है जिसने हमें सहयोग, सामंजस्य, समन्वय और सौहार्द जैसे आदर्शों को जीवन में उतारने की समझ दी। मुझे आशा है कि ये मंदिर भी मानवता के लिए बेहतर भविष्य के वसंत का स्वागत करेगा। उन्होंने कहा कि अब यूएई की पहचान में और सांस्कृतिक अध्या जुड़ गया है।
भारत के अमृतकाल का समय
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये भारत के अमृतकाल का समय है। ये हमारी आस्था और संस्कृति के लिए भी अमृतकाल का समय है। पिछले महीने ही अयोध्या में भव्य राम मंदिर का सदियों पुराना सपना पूरा हुआ है। पूरा भारत और भारतीय उस प्रेम में उस भाव में अभी तक डूबा हुआ है। अयोध्या के हमारे उस परम आनंद को अबू धाबी में मिली खुशी की लहर ने और बढ़ा दिया है।
मंदिर की क्या है खासियत?
1. इस मंदिर में 402 खंभे हैं। इसमें 25,000 पत्थर के टुकड़ों का उपयोग किया गया है। मंदिर में राजस्थानी बलुआ पत्थर इस्तेमाल किया है।
2. मंदिर तक जाने वाले रास्ते के चारों ओर 96 घंटियां और गौमुख स्थापित किए गए हैं।
3. मंदिर में नैनो टाइल्स का इस्तेमाल किया गया है, जो गर्मी में भी पर्यटकों के लिए चलने में आरामदायक होगी।
4. मंदिर में किसी भी प्रकार की लौह सामग्री का उपयोग नहीं किया गया है। मंदिर में गोलाकार, षटकोणीय जैसे विभिन्न प्रकार के खंभे बनाए गए हैं।
सर्वधर्म समभाव की मिसाल
इस मंदिर के निर्माण में एक अजब सहयोग बना है। हिंदू मंदिर के लिए मुस्लिम शासक मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने भूमि दान की है। मंदिर के चीफ आर्किटेक्ट कैथोलिक ईसाई है। इसके प्रोजेक्ट मैनेजर एक सिख, फाउंडेशनल डिजाइनर एक बौद्ध है। इसके साथ ही कंस्ट्रक्शन कंपनी एक पारसी समूह से संबंध रखती है और इसके डायरेक्टर जैन धर्म से ताल्लुक रखते हैं।
इन मुस्लिम देशों में भी हैं हिंदू मंदिर
पाकिस्तान: पंजाब प्रांत में चकवाल जिले में स्थित कटासराज मंदिर का निर्माण सातवीं शताब्दी में हुआ था। इस मंदिर परिसर में राम मंदिर, हनुमान मंदिर और शिव मंदिर हैं।
मलेशिया: मुस्लिम बहुल मलेशिया में बातू गुफाओं में कई मंदिर स्थित हैं। इस गुफा के प्रवेश द्वार पर हिंदू देवता मुरुगन की एक विशाल मूर्ति है।
इंडोनेशिया : वर्तमान में इंडोनेशिया दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम देश है। इंडोनेशिया में कई हिंदू मंदिर हैं। नौंवी सदी का प्रम्बानन मंदिर प्रसिद्ध है।
बांग्लादेश: राजधानी ढाका के ढाकेश्वरी मंदिर में बड़ी संख्या में हिंदू श्रद्धालु पहुंचते हैं। देश के अलग-अलग हिस्सों में और भी कई मंदिर हैं।
ओमान: मस्कट में शिवमंदिर के अलावा एक श्रीकृष्ण मंदिर और एक गुरुद्वारा भी है.
बहरीन: हिंदू लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए सरकार ने शिव मंदिर और अय्यप्पा मंदिर का निर्माण कराया गया है।


