
रांची में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए चौथे टेस्ट मैच में ध्रुव जुरैल ने दोनों ही पारियों में अपनी बल्लेबाजी से खासा प्रभावित किया था। ध्रुव ने फर्स्ट इनिंग में 90 और दूसरी में 39 रन की नाबाद पारी खेलते हुए टीम इंडिया को यादगार जीत दिलाई थी। ध्रुव की बैटिंग की सुनील गावस्कर ने जमकर तारीफ की थी और उनकी तुलना धोनी से कर डाली थी।
HIGHLIGHTS
- ध्रुव जुरैल को लेकर अपने बयान से पलटे सुनील गावस्कर
- गावस्कर के अनुसार, कोई भी नहीं बन सकता है दूसरा एमएस धोनी
- रांची टेस्ट में मैन ऑफ द मैच रहे थे ध्रुव जुरैल
रांची टेस्ट में ध्रुव जुरैल टीम इंडिया के लिए पहली पारी में संकटमोचक साबित हुए थे। ध्रुव ने फर्स्ट इनिंग में 90 रन की शानदार पारी खेली थी। विकेटकीपर बल्लेबाज की जुझारू पारी के मुरीद भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर भी हुए थे।
गावस्कर ने कमेंट्री के दौरान ही कहा था कि उन्हें ध्रुव की बैटिंग देखकर ऐसा लग रहा है कि अगला एमएस धोनी तैयार हो रहा है। हालांकि, गावस्कर अब अपने बयान से पलट गए हैं और उन्होंने इसको लेकर सफाई पेश की है।
गावस्कर ने लिया अपने बयान से यूटर्न
सुनील गावस्कर ने एक खेल प्लेटफॉर्म के साथ बातचीत करते हुए अपने बयान को लेकर सफाई पेश करते हुए कहा, “जिस तरह से ध्रुव गेम के बारे में सोचते हैं, जिस तरह से वह परिस्थिति को समझते हुए बल्लेबाजी करते हैं, उसे देखकर मुझे एमएस धोनी वाली फीलिंग आती है। वह बीच में एक छक्का जमाता है और उसके बाद एक-दो रन लेकर स्ट्राइक को रोटेट करते हैं। यहां तक कीपिंग में भी उन्होंने मुश्किल थ्रो को पकड़ते हुए बेन डकेट को रनआउट किया और एंडरसन का लाजवाब कैच लपका, जो रिवर्स स्वीप खेलने का प्रयास कर रहे थे।”
‘कोई नहीं बन सकता एमएस धोनी’
पूर्व बल्लेबाज ने आगे कहा, “जब एमएस धोनी उनकी उम्र के थे, तो ऐसी परिस्थितियों में वह भी इसी तरह से प्रदर्शन करते थे। और इसी वजह से मैंने कहा था कि जुरैल एमएस धोनी की तरह हैं। कोई भी एमएस धोनी नहीं बन सकता है। सिर्फ एक ही एमएस धोनी हैं। हालांकि, अगर धोनी ने जो किया है उसका ध्रुव जुरैल कुछ प्रतिशत भी करने में सफल रहे, तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए शानदार होगा।”
रांची में ध्रुव ने बल्ले से किया था कमाल
रांची में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए चौथे टेस्ट मैच में ध्रुव जुरैल ने दोनों ही पारियों में अपनी बल्लेबाजी से खासा प्रभावित किया था। ध्रुव ने फर्स्ट इनिंग में 90 और दूसरी में 39 रन की नाबाद पारी खेलते हुए टीम इंडिया को यादगार जीत दिलाई थी।