
Bihar Political News लोकसभा चुनाव से पहले बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने खेल कर दिया है। उनकी पार्टी में कई दलों के नेता शामिल हुए हैं। इनमें राजद के कई नेताओं ने भी नीतीश की पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है। बता दें कि फ्लोर टेस्ट के बाद से नेताओं के दल बदलने का सिलसिला जारी है। राजद के अब तक पांच विधायक पाला बदल चुके हैं।
- कई दलों के नेताओं ने जदयू की सदस्यता ग्रहण की
- जदयू के मिशन को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया
राज्य ब्यूरो, पटना। Lok Sabha Elections 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारी जोरों हो गई है। वहीं, बिहार में नेताओं के दल बदलने का सिलसिला भी तेज है। चुनाव से पहले बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने लालू यादव (Lalu Yadav) और तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को झटका दे दिया है। राजद (RJD) के कई नेताओं ने अब जदयू (JDU) का हाथ थाम लिया है। इससे बिहार में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है।
जदयू प्रदेश कार्यालय में शनिवार को कई दलों के नेताओं ने जदयू की सदस्यता ग्रहण की। सभी लोगों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति आस्था व्यक्त करते हुए जदयू के मिशन को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
जदयू की सदस्यता ग्रहण करने वालों में आजाद समाज पार्टी के डॉ. वीरेंद्र भास्कर, धनंजय सिंह यादव, राजद के शैलेंद्र कुमार सागर, प्रदीप राज व हरिवंश कुमार यादव शामिल हैं। पूर्व मंत्री संतोष कुमार विराला व लक्ष्मेश्वर राय भी इस मौके पर मौजूद थे।
राजद की बैठक में बूथ कमेटी पर विचार
कैमूर जिले के कुदरा प्रखंड मुख्यालय में शनिवार को राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ताओं की बैठक हुई जिसमें बूथ कमेटी और पन्ना प्रमुख की नियुक्ति पर विचार किया गया। साथ ही प्रत्येक ग्राम पंचायत में पार्टी के एक सेक्टर प्रभारी की नियुक्ति की गई।
पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष नंदकुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक का संचालन प्रखंड महासचिव रंजन सिंह ने किया। इसमें भाग लेने वालों में अकलू राम, छेदी सिंह यादव, अवधेश कुशवाहा, बैरिस्टर यादव, रमेश कुमार सिंह, चंद्रशेखर यादव, प्रदुम्न सिंह, शिवजी, गोलू पासवान, सर्वजीत पासवान, आदि शामिल रहे।
राजद प्रखंड अध्यक्ष ने कहा कि मोहनियां विधानसभा की विधायक के अन्य दल में चले जाने से पार्टी की सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। पार्टी के कार्यकर्ता पहले की तरह ही उत्साहित हैं तथा और अधिक जोश के साथ कार्य करते हुए भविष्य के चुनावों में पार्टी के उम्मीदवार को विजयी बनाने का निर्णय लिया गया।