
दमोह जिले के बांदकपुर में स्थित बुंदेलखंड के प्रमुख तीर्थ क्षेत्र में से एक जागेश्वर नाथ धाम में 13 मार्च की शाम गर्भ ग्रह में माथा टेकते ही एक महिला के प्राण निकल गए। गर्भ ग्रह में मौजूद अन्य भक्तों के साथ महिला भी मौजूद थी, जिसने भगवान की चौखट पर माथा टेका और उसी मुद्रा में ठहर गई। काफी देर जब महिला नहीं उठी तो उसके साथ मौजूद लोगों ने उसे हिलाया तो वह जमीन पर गिर गई। लोग उठाकर डॉक्टर के पास ले गए जिसने महिला को मृत घोषित कर दिया। लोगों ने कहा ऐसी मौत सौभाग्यशालियों को मिलती है, जो भगवान के चौखट पर माता देखते ही अपने प्राण त्याग देते हैं।
जत्थे के साथ नरसिंहपुर से दर्शन करने आई थी महिला
13 मार्च को नरसिंहपुर के सतीश टॉकीज के पास रहने वाली बुजुर्ग महिला मुन्नी बाई पटेल 62 करीब 50 श्रद्धालु के साथ एक बस से बांदकपुर दर्शन करने आई थी। इन सभी यात्रियों को छुट्टन कहार हलवाई नाम का व्यक्ति लेकर आया था। संध्या आरती के समय करीब 7 बजे जैसे ही महिला मंदिर के गर्भ ग्रह के सामने भगवान भोलेनाथ के दरबार में माथा टेकने बैठी, तो फिर नहीं उठी। आसपास मौजूद लोगों ने देखा कि महिला काफी देर से झुकी हुई है तो उन्होंने उन्हें उसे हिलाया, लेकिन महिला जमीन पर गिर गई। लोगों ने समझा के वह बेहोश हो गई उसके बाद उसे डॉक्टर के पास ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। उस समय मंदिर के पुजारी सीतू पंडा ने बताया कि वह गर्भ ग्रह के बाहर भोलेनाथ की चौखट के बाजू में खड़े हुए थे। भक्त बारी-बारी से दर्शन कर रहे थे। इस दौरान एक बुजुर्ग महिला भी वहां पहुंची जिसने चौखट पर माता टेका और कुछ देर बाद वह मूर्छित हो गई। पहले सभी को लगा कि वह बेहोश हुई है, लेकिन बाद में पता चला कि उसके प्राण निकल गए। उन्होंने बताया कि उनकी जानकारी में यह पहला मौका है जब किसी व्यक्ति ने भगवान के चौखट पर माता देखते ही अपने प्राण त्याग दिए।