
पूर्व मंत्री अरुण यादव ने कहा कि देश में हिटलर शाही चल रही है, बार-बार लोकतंत्र की हत्या करने प्रजातंत्र को नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है, जनता यह समझ रही है। कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं के भाजपा में शामिल होने को लेकर यादव ने कहा कि अपने निजी लाभ के लिए ऐसा कर रहे हैं।
खरगोन जिले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सोमवार को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय सुभाष यादव की जयंती मनाई। कार्यक्रम में उनके दोनों बेटे और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अरुण यादव समेत सचिन यादव भी मौजूद रहे। कार्यक्रम के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री अरुण यादव ने भाजपा के दिए 400 पार के नारे को लेकर कहा कि इंडिया शाइनिंग के समय भी यही बातें होती थीं। अटल बिहारी वाजपेयीजी के समय भी भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने यही मुंगेरीलाल के हसीन सपने देखे थे। लेकिन, जब नतीजे आए तो मनमोहन सिंह की सरकार बनी थी। यादव ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश समेत पूरे देश में बदलाव नजर आएगा और इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी। खंडवा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के सवाल पर यादव ने कहा कि मैं कांग्रेस का कार्यकर्ता हूं। हाईकमान जहां से तय करेगा वहां से चुनाव लडूंगा।
नए लोगों को मिलेगा मौका, पार्टी को बताया समंदर
पूर्व मंत्री अरुण यादव ने कहा कि देश में हिटलर शाही चल रही है, बार-बार लोकतंत्र की हत्या करने प्रजातंत्र को नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है, जनता यह समझ रही है। कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं के भाजपा में शामिल होने को लेकर यादव ने कहा कि अपने निजी लाभ के लिए वे लोग भाजपा में जा रहे हैं। इससे नए लोग पार्टी में आएंगे और उन्हें मौका मिलेगा। यादव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक समंदर है, यह देश की सबसे पुरानी पार्टी है, सबसे बड़ा इतिहास किसी पार्टी का है तो वह कांग्रेस का है।
किसानों के मुद्दे भाजपा कर रही नजरअंदाज
पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर हम सभी साथी उत्साहित हैं, जोश और पूरी ताकत के साथ लोकसभा में हम उतरेंगे। जो हमारे देश की 80% आबादी है, जो देश की अर्थव्यवस्था है कृषि पर आधारित है। भाजपा सरकार में किसानों के मुद्दों को नजर अंदाज किया जा रहा है। हम इन सभी मुद्दो को लेकर चुनाव में जाएंगे। हमारा जो वचन पत्र है उसमें किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य देने का काम करेंगे और आयोग का गठन कर किसानों की समस्याओं का निराकरण करेंगे। सरकार में बैठे लोगों ने 16 लाख करोड़ रुपए से अधिक का कर्ज बड़े उद्योगपति और धन्ना सेठों का माफ कर दिया, लेकिन किसान की बात आती है तो ये लोग हमेशा कदम पीछे हटाने का काम करते हैं