
राजगढ़ लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के चुनाव प्रचार में अब उनकी पत्नी अमृता सिंह भी उतर गई हैं। वे कहती हैं कि हम हर चुनाव को चुनौती के रूप में लेते हैं, कोई भी प्रतिद्वंद्वी हो, हल्के में नहीं लेते।
मध्यप्रदेश की राजगढ़ लोकसभा सीट का मुकाबला दिन ब दिन दिलचस्प होता हुआ नजर आ रहा है। एक ओर जहां दिग्विजय सिंह लोकसभा क्षेत्र में भाजपा सरकार की वादा खिलाफी के विरोध में पदयात्रा निकालकर भाजपा की नाक में दम कर रहे हैं, वहीं अब उनका साथ देने के लिए उनकी पत्नी अमृता सिंह भी चुनावी मैदान में उतर चुकी हैं। उसी क्रम में वे दिग्विजय सिंह की पदयात्रा में शामिल हुईं और उन्होंने क्षेत्र की स्थानीय महिलाओं व ग्रामीणों से मुलाकात करते हुए उनका हाल चाल जाना।
मीडिया से चर्चा के दौरान अमृता सिंह ने कहा कि पदयात्रा में शामिल होने के बाद जब में अपने पति के समर्थकों से मिलीं तो मुझे ऐसा महसूस हुआ जैसे कोई बढ़े दिनों के बाद अपने घर लौटा है। वहीं उक्त चुनाव को लेकर अमृता का कहना है कि चुनाव कोई सा भी हो उसे चुनाव की तरह ही लड़ा जाना चाहिए। हम अपने प्रतिद्वंद्वी को कभी हल्के में नही लेते और मेरा मानना है कि दिग्विजय सिंह कांग्रेस का कोई सा भी कार्यक्रम हो अपनी क्षमता से ज्यादा उसमे मेहनत करते हैं और उन्हीं का हम हाथ बटा रहे हैं।
अमृता सिंह ने कहा कि चुनाव जनता की ताकत होते हैं, जिसमें वे अपने पसंद का प्रत्याशी चुनते हैं। साथ ही अमृता चुनाव प्रचार को लेकर कहती हैं कि मैंने इसके पहले भोपाल लोकसभा में भी चुनाव प्रचार किया। उसके भी पूर्व नर्मदा परिक्रमा के दौरान में अपने पति के साथ थी और मैंने एमपी के बहुत से लोगों से मुलाकात भी की है।
गौरतलब है कि राजगढ़ लोकसभा सीट मध्यप्रदेश की सबसे चर्चित सीट बनती जा रही है, क्योंकि एक ओर जहां भाजपा के दिग्गज नेता इस सीट से दिग्विजय सिंह के चुनाव लड़ने को लेकर कटाक्ष कर चुके हैं, वहीं दिग्विजय सिंह भी इस चुनाव में पूरी शिद्दत के साथ भाजपा पर हमला और जमीन पर अपनी पकड़ मजबूत करते हुए नजर आ रहे हैं, वहीं अब दिग्विजय सिंह का साथ उनकी पत्नी अमृता सिंह भी दे रही हैं। ऐसे में उक्त लोकसभा पर पूरे देश की नजरें खासतौर से जमी हुई हैं।