
दो भालू दमोह के रिहायशी इलाके में घुस आए थे। उन्होंने खूब कोहराम मचाया। मवेशियों पर हमला किया। इंसानों को भी निशाना बनाया।
दमोह के तेंदूखेड़ा शहरी क्षेत्र में गुरुवार सुबह अचानक दो भालू आ गए जिन्हें देखते ही लोग अपनी जान बचाकर भागने लगे। भालुओं ने इंसानों के साथ मवेशियों पर हमला कर दिया। गंभीर घायलों को इलाज के लिए जबलपुर भेजा गया है। वन विभाग ने भालू की खोज शुरू कर दी।
तेंदूखेड़ा वन परिक्षेत्र में जंगली जानवरों की भरमार है। अब यह जंगल से निकलकर रहवासी इलाकों में आने लगे हैं। सुबह दो भालू जंगली क्षेत्र भटरिया मार्ग से तेंदूखेड़ा नगर में पहुंचे। गौशाला की झोपड़ी में मोजूद चौकीदार लक्ष्मण लोधी, 65 वर्ष, पर हमला कर दिया। शरीर पर कई जगह भालू ने काटकर उसे घायल कर दिया। पास ही में खड़े लक्ष्मण के सात वर्षीय नाती सुभाष लोधी पर हमला किया। भालू बच्चे के सिर पर लिपटा। जब दोनों के चिल्लाने की आवाज सुनकर लोग मौके पर पहुंचे, तो भालू भाग गया बुजुर्ग ने बताया कि घटना सुबह करीब 8 बजे की है। वह झोपडी में बैठा था। तभी भालू अचानक आ गया। उसके साथ उसके नाती पर हमला करके घायल भाग गया। इन दोनों के अलावा 65 वर्षीय महिला को भी भालू ने गंभीर रूप से घायल किया है। घटना के समय महिला शौच के लिए गई थी। महिला के सिर, हाथ, पैर कमर में भालू के दांत के निशान हैं। घायल महिला दुर्गा यादव ने बताया कि वह मंडी के पास थी, उसी समय भालू ने हमला कर दिया। चिल्लाने के बाद महिला को भालू छोड़कर भागा।
दो भालुओं ने बोला हमला
सुबह पांच बजे के करीब एक युवक नगर से अपने ईट के भट्टे पर जा रहा था, उसे दोनों भालू भटरीया मुख्य मार्ग से नगर की ओर आते दिखे। वह छिप गया और दोनों भालू नगर की मुख्य सड़क से रहवासी क्षेत्र की तरफ चले गए। भालुओं को देख युवक ने इसकी सुचना तत्काल पुलिस को दी और घर लौट गया। मंडी के चौकीदार ने बताया कि भालू जोड़े में थे। एक मंडी परिसर में घुसा। दूसरा मुख्य मार्ग से आगे निकल गया। मंडी के चौकीदार ने बताया कि उसके पास वनकर्मियों का नंबर नहीं था इसलिए घटना की सुचना उसने मीडिया को दी। भालू ने तीन लोगों पर हमला किया, जिसमें एक महिला भी शामिल है। घर के सामने बंधी गाय पर भी हमला किया। उसके बाद भालू कहां चले गए, इसकी किसी को जानकारी नहीं है।
वन अमला तलाश रहा है भालुओं को
जानकारी लगते ही तेंदूखेड़ा वन अमला पहले मौके पर पहुंचा। उससे पहले भालू भाग चुके थे। बाद में वन अमला स्वास्थ केंद्र गया जहां घटना के बारे में घायलों से जानकारी ली। उन्हें तत्काल मिलने वाली सहायता राशि देकर बेहतर उपचार कराने की बात कही। घायल बुजुर्ग और नाती को जबलपुर इलाज के लिए भेजा गया। तेंदूखेड़ा रेंजर मेघा पटेल ने बताया कि वन अमला भालुओं की तलाश कर रहा है। घायलों को सहायता राशि उपलब्ध कराई जा रही है।