
MP Vidisha Election 2024: विदिशा मध्य प्रदेश की खास सीट है। यहां से 16 साल 5 माह का मुख्यमंत्री, 5 बार के सांसद और 6 बार के विधायक शिवराज सिंह चौहान मैदान में है तो कांग्रेस ने विदिशा से ही 2 बार के सांसद रहे प्रताप भानु शर्मा को यहां से उतारा है। ऐसे में हॉट सीट विदिशा में किसका पलड़ा भारी रहेगा, ये 4 जून को परिणाम आने के बाद पता चलेगा, लेकिन दोनों उम्मीदवारों ने मैदान में अपना पूरा दमखम दिखाया है।
मप्र में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के दम पर सत्ता में तीसरी बार वापसी करने वाली भाजपा सरकार के वरिष्ठ नेतृत्व ने शिवराज सिंह चौहान को धीरे से किनारे कर दिया था। इसी कड़ी में अपनी बेहतर छिव बनाने वाले मामा शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री न बनाए जाने पर अलग-अलग जिलों में लाड़ली बहनाएं भावुक अंदाज में अपना विरोध प्रकट कर रही थीं। हालांकि इस साल के लोकसभा चुनाव में शिवराज को विदिशा से उम्मीदवार बनने के बाद एक बार फिर से शिवराज राजनीति में सक्रिय दिखाई देने लगे।
इस बार लोकसभा चुनाव में विदिशा-रायसेन सीट से भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कांग्रेस से पूर्व सांसद प्रतापभानु शर्मा के बीच मुकाबला है। इस मुकाबले में कांग्रेस ने ब्राह्मण वोटरों को साधने के लिए विदिशा से प्रतापभानु शर्मा को मैदान में उतारा है तो भाजपा ने विधानसभा चुनाव के बाद दरकिनार किए शिवराज पर दांव खेला है।
इसलिए खास है विदिशा लोकसभा
मध्यप्रदेश की 29 सीटों में से विदिशा को इसलिए खास माना जाता है कि यहां से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, सुषमा स्वराज सहित गोयनका जैसे दिग्गज नेता विदिशा लोकसभा से उम्मीदवार रह चुके हैं। विदिशा लोकसभा क्षेत्र को भाजपा का गढ़ माना जाता है। यहां से कांग्रेस इतिहास में केवल दो बार जीत पाई है। 1980 में प्रतापभानु शर्मा पहली बार यहां से सांसद चुने गए, इसके बाद 1984 में प्रतापभानु शर्मा दूसरी बार यहां से सांसद चुने गए थे। विदिशा लोकसभा क्षेत्र हिंदू महासभा, जनसंघ से लेकर भाजपा तक हमेशा इस लोकसभा सीट पर कब्जा रहा है। सबसे ज्यादा यहां से पांच बार शिवराज सिंह चौहान सांसद रहे हैं और एक बार फिर 2024 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी बनाया है।
…और फिर 1956 में विदिशा पड़ा नाम
विदिशा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र मध्यप्रदेश राज्य के 29 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है, यह निर्वाचन क्षेत्र 1967 में अस्तित्व में आया था इस निर्वाचन क्षेत्र में रायसेन, विदिशा, सीहोर और देवास जिलों के कुछ हिस्सों को शामिल किया गया है। विदिशा शहर, जिसे मूल रूप से बेसनगर कहा जाता था और बाद में (भेलसा) कहा जाने लगा, फिर इसका नाम 1956 में विदिशा रखा गया, जिसका उल्लेख संस्कृत महाकाव्य महाभारत और रामायण में किया गया है। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान को भाजपा ने विदिशा लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। शिवराज सिंह चौहान को जमीन से जुड़ा हुआ नेता माना जाता है। अगर हम राजनीति में अनुभव की बात करें तो शिवराज सिंह का अनुभव सबसे जुदा रहा है। कयास लगाए जा रहे हैं कि लोकसभा चुनाव में अगर बीजेपी की सरकार बनती है तो शिवराज सिंह चौहान को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, मध्यप्रदेश में महिलाएं शिवराज को भैया और युवा ‘मामा’ कहकर बुलाते हैं।