
उज्जैन आलोट लोकसभा के चुनावी परिणाम में भाजपा प्रत्याशी अनिल फिरोजिया ने कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार को 3,75,860 वोटों से हराया है। मतगणना के बाद कई रोचक परिणाम सामने आए हैं। उज्जैन लोकसभा में 9 प्रत्याशी मैदान में थे। इनमें हार का सामना करने वाले 7 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई और हारे हुए छह प्रत्याशी नोटा से भी पीछे रह गए हैं। भाजपा की जीत के बाद कांग्रेस को छोड़ दिया जाए तो 7 प्रत्याशी अपनी जमानत नहीं बचा पाए हैं, जबकि 6 प्रत्याशी तो नोटा से भी नहीं जीत पाए। 9332 लोगों ने नोटा को पसंद किया है। 6 प्रत्याशी नोटा के इस आंकड़े को भी पार नहीं कर पाए हैं।
दरअसल, उज्जैन में भाजपा-कांग्रेस में सीधा मुकाबला था। भाजपा ने लगातार तीसरी बार उज्जैन लोकसभा सीट पर अपना दबदबा बनाए रखा है। उज्जैन में मतगणना में जो ट्रेंड दिखा उसमे भाजपा कभी भी पिछड़ते हुए नहीं दिखाई दी। 21 राउंड में सभी आठ विधानसभा की काउंटिंग में भाजपा आगे ही रही। भाजपा प्रत्याशी अनिल फिरोजिया को पोस्टल बैलेट में भी बढ़त मिली। उन्हें 1730 तो कांग्रेस के महेश परमार को 730 वोट मिले।
नौ में से सात प्रत्याशी नहीं बचा पाए जमानत
उज्जैन आलोट लोकसभा में 9 प्रत्याशी मैदान में उतरे थे। जिनमें कांग्रेस और भाजपा को छोड़ दिया जाए तो बाकी 7 प्रत्याशी अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए हैं। जमानत से मतलब जब कोई भी प्रत्याशी नामांकन दाखिल कर चुनाव लड़ता है तो उसे चुनाव आयोग की गाइड लाइन के अनुसार एक राशि भरनी पड़ती है। यह समान्य, पिछड़ा वर्ग और एससी-एसटी के लिए अलग-अलग होती है, जब परिणाम आते हैं तो डाले गए कुल मतों का 1/6 से कम वोट हासिल करने वालों की जमानत राशि जब्त हो जाती है। उज्जैन लोकसभा सीट पर 13 लाख 27 हजार 715 मतदाताओं ने मतदान किया था। ऐसे में हारे गए 7 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई।
यह प्रत्याशी और उन्हें मिले वोट
- भाजपा- अनिल फिरोजिया 836104
- कांग्रेस- महेश परमार 460244
- बसपा- प्रकाश चौहान 9518
- भीम सेना- डॉ हेमंत परमार 4973
- निर्दलीय- सुरेश बागरी 2791
- निर्दलीय- महेश परमार 2476
- निर्दलीय- गंगा मालवीय 1295
- निर्दलीय- अनिल 981
- निर्दलीय- ईश्वरलाल वर्षी 863
- नोटा-9332