
राजगढ़ नगर पालिका अध्यक्ष विनोद साहू का महिला स्वास्थ्य कर्मी से अभद्रता करते हुए एक म्यूट वीडियो इंडियन नेशनल कांग्रेस और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने शेयर करते हुए मुख्यमंत्री पर सवालिया निशान खड़े किए थे। उसके बाद विनोद साहू के विरुद्ध कोतवाली थाने में केस दर्ज किया गया है।
बीते दिनों इंडियन नेशनल कांग्रेस ने अपने वेरीफाइड सोशल मीडिया अकाउंट्स फेसबुक और एक्स पर एक म्यूट वीडियो पोस्ट करते हुए राजगढ़ नगर पालिका अध्यक्ष विनोद साहू पर गंभीर आरोप लगाए थे। इंडियन नेशनल कांग्रेस द्वार की गई पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया था कि भाजपा नेताओं का आतंक देखिए। भाजपा के राजगढ़ नगर पालिका अध्यक्ष विनोद साहू गुंडागर्दी करते हुए सरेआम एक महिला स्वास्थ्यकर्मी के घर लाठी डंडे लेकर मारपीट करने पहुंचे और महिला को धमकाया। जब महिला इस प्रताड़ना की शिकायत करने थाने जा रही थी, तब भी भाजपा नेताओं ने महिला स्वास्थ्य कर्मी को रोक कर डराया-धमकाया। मोहन यादव जी, आप सरकार चला रहे हैं या गिरोह?
उक्त पोस्ट के पश्चात मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने भी अपने वेरीफाइड सोशल मीडिया अकाउंट्स से वायरल वीडियो की एक पोस्ट मुख्यमंत्री मोहन यादव, राजगढ़ कलेक्टर और एसपी को टैग करते हुए कैप्शन में लिखा था कि माननीय मुख्यमंत्री क्या आप एक शासकीय स्वास्थकर्मी के साथ BJP Madhya Pradesh के नगर पालिका अध्यक्ष राजगढ़ द्वारा की जा रही गुंडागर्दी को स्वीकृति देंगे? क्या धारा-353 के अंतर्गत इन पर कार्रवाई नहीं होना चाहिए? आप कहेंगे FIR नहीं हुई। बैतूल की रहने वाली नर्स शासकीय पार्टी के नगर पालिका के अध्यक्ष जी के ख़िलाफ़ FIR करने के लिए थाने पर जा रही थी, तभी तो यह घटना हुई। अध्यक्ष जी की नाराज़ी का कारण क्या है, आप CM साहब पता लगा लें। मुझे मालूम होते हुए भी नहीं कहूंगा। @RajgarhSp Collector Office Rajgarh क्या शासकीय कर्मचारी की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी आपकी नहीं है?
उक्त दोनों ही पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल होने के पश्चात बवाल मचा और विनोद साहू उक्त मामले को अपने खिलाफ राजनीतिक साजिश बताते हुए नजर आए। उसी दौरान पीड़िता का भी एक वीडियो सामने आया, जिसमें पीड़िता ने भी उक्त आरोपों की पुष्टि करते हुए कहा कि घटना 16 जून की है। राजगढ़ नगर पालिका अध्यक्ष के द्वारा मेरे घर आकर मेरे साथ मारपीट की गई और मुझे एक साल से प्रताड़ित किया जा रहा था। उन्होंने मुझे फावड़े से भी मारने की कोशिश की और मेरे पति को भी धमकी दी गई। उनके लोगों के द्वारा मुझे व मेरे पति को बचाया गया, जब वे लोग वहां से चले गए और हम महिला थाने शिकायत दर्ज कराने गए तो हमसे कहा गया यहां सिर्फ पति-पत्नी के आपसी झगड़े की शिकायत दर्ज की जाती है। आप कोतवाली थाने जाइए। थाने जाते समय भी इनके लोगों ने मुझे डराया और धमकाया। अब अगर यदि मेरे पति या मुझे कुछ होता है तो इसके जवाबदार राजगढ़ नगर पालिका अध्यक्ष विनोद साहू होंगे।
उक्त मामला सोमवार देर शाम तक मीडिया और सोशल मीडिया की सुर्खिया बना रहा। वहीं, मीडिया को दिए गए बयानों के दौरान राजगढ़ नगर पालिका अध्यक्ष विनोद साहू निष्पक्ष जांच के पश्चात उचित कार्रवाई करने की मांग करते हुए नजर आए। वहीं, कोतवाली पुलिस ने अंततः राजगढ़ नगर पालिका अध्यक्ष के विरुद्ध धारा- 294, 323 व 506 आईपीसी के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया और मामले की जांच की जा रही है।
कोतवाली थाने में दर्ज एफआईआर के मुताबिक, फरियादिया ने राजगढ़ नगर पालिका अध्यक्ष विनोद साहू के विरुद्ध लिखित शिकायती आवेदन देते हुए कहा कि मैं प्रार्थिया मीनाक्षी कुबडे पति खेमराज कावडकर उम्र 36 साल निवासी रानीपुर रोड बैतुल हाल शासकीय अस्पताल आवास परिसर राजगढ़ की होकर आपसे निवेदन करती हूं कि मेरे घर के सामने रेलिंग बनी थी। उसकी पड़ोस के लोगों से आपस में बातचीत चल रही थी कि दिनांक 16.06.2024 समय दोपहर दो से तीन बजे के आसपास नगर पालिका अध्यक्ष विनोद साहू मेरे घर के सामने आया।
रेलिंग की बात को लेकर मुझे अपत्तिजनक शब्द और अपशब्द कहने लगा। मैंने गालियां देने से मना किया तो मुझे हाथ और थप्पड़ों से मारपीट की व मुझे फावड़े से मारने के लिए दौड़ा। इतने में मेरे पति खेमराज कावडकर आ गए, जो बीच-बचाव करने लगे और मुझसे कहने लगा कि आज तो बच गई।आइंदा मिली तो जान से खत्म कर दूंगा। तुझे व तेरे पति को हरिजन एक्ट में फसवा दूंगा। मैं यहां का नगर पालिका अध्यक्ष हूं। सो आवेदन देती हूं कार्रवाई की जाए। उक्त लिखित शिकायती आवेदन पर पुलिस ने संज्ञान लेते हुए राजगढ़ नगर पालिका अध्यक्ष विनोद साहू के विरुद्ध धारा-294, 323 व 506 आईपीसी में प्रकरण दर्ज करते हुए मामला जांच में लिया है।