
दमोह रेलवे स्टेशन पर एक महिला ने शराब के नशे में जमकर उत्पात मचाया। लोग भी यहां-वहां भागते नजर आए। इस दौरान रेलवे स्टेशन पर पुलिसकर्मी की अनुपस्थिति चर्चा का विषय बनी रही।
दमोह रेलवे स्टेशन पर एक महिला ने शराब के नशे में जमकर उत्पात मचाया। इससे यात्री यहां-वहां भागते नजर आए। काफी देर तक यह महिला नशे में उधम मचाती रही। पुलिस पहुंची तो उसे परिसर से बाहर निकाला गया। रेलवे स्टेशन परिसर में आए दिन शराबी इसी तरह घूमते रहते हैं। जीआरपी व आरपीएफ पुलिस के जवान नदारद रहते हैं।
दमोह रेलवे स्टेशन पर प्रतिदिन हजारों यात्रियों का आना-जाना लगा रहता है। यहां यात्रियों की सुरक्षा हर समय खतरे में बनी रहती है। रविवार रात स्टेशन परिसर में एक महिला ने शराब पीकर जमकर हंगामा मचाया। काफी देर तक महिला गाली-गलौज करती रही। स्टेशन पर तैनात अमला वहां नहीं पहुंचा। इससे स्टेशन पर मौजूद यात्री भयभीत रहे। हालांकि, बाद में आरपीएफ का अमला मौके पर पहुंचा। वह महिला अपने बच्चे को पटकने की धमकी देने लगी, जिससे अमला देखता रहा। कुछ देर बाद उसे वहां से भगाया। इससे पहले भी दिनदहाड़े एक तांत्रिक ने स्टेशन पर ढाई माह के बच्चे और उसके माता,पिता के साथ मारपीट की थी, जिसमें बच्चे की मौत भी हो गई थी। तब भी पुलिस की निष्क्रियता का मामला उठा था।
स्टेशन परिसर में आसामाजिक तत्वों का दिन भर जमावड़ा रहता है। उन्हें रोकने-टोकने वाला कोई नहीं है। रात के समय प्लेटफार्म नंबर एक एवं दो पर सबसे ज्यादा खतरा रहता है। इसके बाद भी स्टेशन पर यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं। ऐसे में किसी भी दिन इसी तरह की घटनाएं फिर से सामने आ सकती हैं। दमोह रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए आरपीएफ थाना एवं जीआरपी चौकी बनी हुई है। स्टेशन के बाहर कोतवाली पुलिस के जवान भी तैनात रहते है, लेकिन यहां पदस्थ अमला केवल ट्रेनों की आवाजाही के समय ही नजर आता है। इस प्रकार शराब के नशे में लोग यात्रियों को परेशान करते हैं। आरपीएफ चौकी प्रभारी जेडी मिश्रा ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाती है। आगे भी उनकी सुरक्षा का ध्यान रखा जाएगा।