
दमोह। कोलकाता में एक ट्रेनी डॉक्टर से रेप और उसकी हत्या के बाद देश भर में डॉक्टर के द्वारा विरोध जताया जा रहा है। इसी क्रम में दमोह के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों के डॉक्टर ने शनिवार को 24 घंटे की हड़ताल की चेतावनी दी। इसमें जिला अस्पताल भी शामिल था, लेकिन दमोह कलेक्टर सुधीर कोचर के निर्देश के बाद अस्पताल के सभी डॉक्टर ने मात्र 3 घंटे का प्रतीकात्मक विरोध जताया और इस दौरान भी ओपीडी चालू रही। जिला अस्पताल में जिले भर से मरीज अपना इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं, जिनकी संख्या सैकड़ो में होती है। एक दिन पहले ही डॉक्टर के हड़ताल की खबर जिले भर में फैल गई थी, जिससे लोगों में चिंता बनी हुई थी, लेकिन सुबह समय से ही जिला अस्पताल की ओपीडी शुरू हुई और मरीज का चेकअप और इलाज भी किया गया। सिविल सर्जन डॉ राकेश राय ने बताया कि प्रतीकात्मक विरोध किया गया है, लेकिन ओपीडी चालू है। मरीजों का इलाज किया जा रहा है। कलेक्टर के प्रतिनिधि के तौर पर अस्पताल में निरीक्षण करने पहुंचे दमोह एसडीएम आरएल बागरी ने बताया कि सभी डॉक्टर से बात हो गई थी, विरोध प्रदर्शन किया गया, लेकिन वह प्रतीकात्मक था। अस्पताल में सारी व्यवस्थाएं सुचारू ढंग से चल रही हैं। मरीजों का इलाज भी किया जा रहा है। कहीं कोई अव्यवस्था नहीं है जिससे मरीजों को परेशानी हो।