
रतलाम जिले के आलोट में फर्जी तांत्रिक द्वारा तीन महिलाओं के साथ किए गए दुष्कर्म के मामले में मानव अधिकार आयोग ने एसपी से तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष मनोहर ममतानी एवं सदस्य राजीव कुमार टंडन ने विगत दिवस के विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित प्रथम दृष्टया मानव अधिकार उल्लंघन के अठारह मामलों में संज्ञान लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है। इसमें रतलाम जिले के आलोट तहसील में फर्जी तांत्रिक ने मां-बेटी सहित तीन महिलाओं से किया दुराचार वाली घटना भी शामिल है। मामले में आयोग ने एसपी रतलाम से मामले की जांच कराकर की गई कार्रवाई के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
रतलाम जिले के आलोट नगर में एक फर्जी तांत्रिक द्वारा एक महिला, उसकी बेटी व रिश्ते की बहन के साथ दुराचार करने का मामला सामने आया है। फर्जी तांत्रिक पीड़िता के घर में गढ़ा धन निकालने का लालच देकर रह रहा था। तांत्रिक ने क्रिया के दौरान घर पर सिर्फ महिलाएं ही रहेंगी का कहकर महिला के पति व पुत्र पर दवाब बनाकर मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन करने भेज दिया और घर में मौजूद महिलाओं को पानी में कुछ मिलाकर पिला दिया, जिससे वह अचेत हो गईं और तांत्रिक ने उनके साथ दुराचार किया।
विरोध करने पर वह चाकू-छूरी लेकर धमकाता भी रहता था। मामला सामने आने पर लोगों ने कथित तांत्रिक को पुलिस को सौंप दिया। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस अधीक्षक, रतलाम राहुल कुमार लोढ़ा से मामले की जांच कराकर की गई कार्रवाई के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।