
कांग्रेस की ओर से नीलम मिश्रा के नाम का एलान होने के बाद रीवा लोकसभा का चुनाव एक तरफा नहीं रहा है। अब यह बेहद दिलचस्प हो गया है। नीलम और उनके पति भाजपा से विधायक रह चुके हैं।
देश में जल्द ही लोकसभा के चुनाव होने वाले हैं। वहीं, मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर 4 चरणों में चुनाव होंगे। दूसरे चरण में 26 अप्रैल को रीवा में मतदान होगा। रीवा संसदीय सीट से भाजपा ने दो मार्च को ही अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी थी, जिसमें वर्तमान सांसद जनार्दन मिश्रा को प्रत्याशी घोषित किया था। कांग्रेस प्रत्याशियों के चयन में बड़ा संघर्ष देखने को मिला, करीब 21 दिन के बाद कांग्रेस ने सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए पूर्व सेमरिया विधायक नीलम मिश्रा को रीवा संसदीय सीट से प्रत्याशी घोषित किया है।
रीवा बनी प्रदेश की हॉट सीट
2024 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव बेहद ही खास होने वाले हैं। एक तरफ विकास कार्यों के साथ हिंदुत्व के मुद्दे को लेकर भारतीय जानता पार्टी चुनावी रण में पूरे दमखम के साथ जंग लड़ने के लिए तैयार खड़ी हुई दिखाई दे रही है तो वहीं कांग्रेस अपने एक एक सेनापति को चुनकर चुनावी रण में भेज रही है। प्रदेश की 29 सीटों में से रीवा एक हॉट सीट बन गई है। क्योंकि, कांग्रेस ने नीलम मिश्रा को चुनावी मैदान में उतार दिया है। नीलम मिश्रा का नाम आते ही भाजपाइयों के हाथ पांव फूलने शूरू हो गए हैं। इस सीट पर अब मिश्रा और मिश्रा में ही मुकाबला होगा।
भाजपा से पूर्व विधायक रह चुकी हैं नीलम
नीलम मिश्रा का भाजपा से गहरा नाता रहा है। वे 2013 में भाजपा के टिकट पर सेमरिया सीट से चुनाव जीतकर विधायक बनी थीं। 2008 में भाजपा ने इसी सीट से नीलम मिश्रा के पति अभय मिश्रा को टिकट दिया, उन्होंने भी जीत दर्ज की थी। लेकिन, साल 2018 में इनके और भाजपा के बीच दूरी आ गई। एक-एककर पति-पत्नी ने भाजपा का दामन छोड़ दिया। इसके बाद अभय ने जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। इसके बाद नीलम मिश्रा ने भी भाजपा का साथ छोड़ दिया।
2023 में भाजपा के हुए थे अभय नीलम मिश्रा
2023 के विधानसभा चुनाव में अभय मिश्रा पत्नी नीलम मिश्रा के साथ एक बार फिर भाजपा में शामिल हो गए। दोनों को लगा कि पार्टी उन्हें सेमरिया सीट से टिकट देकर चुनावी मैदानी पर उतारेगी। लेकिन, ऐसा नहीं हुआ। इसके बाद अभय मिश्रा पत्नी के साथ भाजपा छोड़कर कांग्रेस के पाले में चले गए और सेमरिया से विधानसभा का टिकट ले लिया। चुनाव में अभय मिश्रा ने भाजपा प्रत्याशी को मात्र 637 वोटों से हरा दिया और भाजपा के गढ़ कहे जाने वाले रीवा की आठ में से एक सीट सेमरिया पर कब्जा कर लिया।
जनार्दन मिश्रा और नीलम मिश्रा के बीच चुनावी जंग
अब बारी है 2024 के लोससभा चुनाव की, रीवा संसदीय सीट में पिछ्ले 10 साल से भाजपा सांसद जनार्दन मिश्रा का कब्जा रहा है। भाजपा ने एक बार फिर जनार्दन मिश्रा पर भरोसा जताया और उन्हें तीसरी बार उम्मीदवार घोषित कर दिया। लेकिन, कांग्रेस की ओर से नीलम मिश्रा के नाम का एलान होने के बाद रीवा लोकसभा का चुनाव एक तरफा नहीं रहा है। अब यह बेहद दिलचस्प हो गया है, इस सीट पर प्रदेश भर की निगाहें टिकी हुई दिखाई देंगी।