
प्रदेशभर के डाक्टर्स के लिए आयोजित की गई वर्कशाप, नई तकनीकों के साथ वरिष्ठ डाक्टरों के अनुभवों को भी सुना।
ह्रदय हमारे शरीर के सबसे जटिल अंगों में से एक माना जाता है, जितना क्लिष्ट इसकी कार्यप्रणाली है उतनी ही क्लिष्ट इसका निदान एवं उपचार। ह्रदय रोगों के निदान के लिए कई तरह की उपचार विधियों का इस्तेमाल किया जाता रहा है। एंजियोप्लास्टी से मरीज की स्थिति में सुधार लाया जा सकता है यह उपचार यदि समय पर मिल जाए तो मरीज की न सिर्फ जान बचाई जा सकती है बल्कि वह एक सामान्य जीवन जी सकता है। यह बातें इंदौर में आयोजित एक वर्कशाप में डाक्टरों को बताई गई। इस वर्कशॉप में इंदौर एवं प्रदेश के अन्य शहरों से 10 से अधिक डॉक्टर्स मौजूद रहे।
डॉ अनुरेश जैन एवं मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ विवेक जोशी ने बताया कि वर्कशॉप में मिली आधुनिक तकनीक की जानकारी का इस्तेमाल मरीजों के बेहतर इलाज में हो सकेगा। दो दिवसीय कॉम्प्लेक्स एंजियोप्लास्टी वर्कशॉप का आयोजन किया गया, जिसमें डॉक्टर सिद्धांत जैन, इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ शिरीष अग्रवाल द्वारा पूरे प्रदेश से आए कार्डियोलॉजिस्ट को कॉम्प्लेक्स एंजियोप्लास्टी का प्रशिक्षण दिया और इसकी मदद से हार्ट के मरीजों के उन्नत इलाज की जानकारी दी। शैल्बी हॉस्पिटल के शैल्बी कैथलैब में यह वर्कशाप आयोजित की गई।
कार्डियोलॉजिस्ट डॉ शिरीष अग्रवाल ने बताया, एंजियोप्लास्टी सर्जिकल प्रक्रिया है, इसमें हृदय की मांसपेशियों तक ब्लड सप्लाई करने वाली रक्त वाहिकाओं को खोला जाता है। इन रक्त वाहिकाओं को कोरोनरी ऑर्टरीज भी कहते हैं। दिल का दौरा या स्ट्रोक के बाद इलाज के लिए डॉक्टर एंजियोप्लास्टी का ही सहारा लेते हैं। हार्ट अटैक आने पर कोरोनरी धमनी संकुचित या ब्लॉक हो जाती है। मतलब हृदय की मांसपेशियों तक खून की सप्लाई घट जाती है और पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती। इसी से सीने में दर्द या हार्ट अटैक आता है। विज्ञान नित नई मेडिकल तकनीकों का अविष्कार कर रहा है, इसको जानने की आवश्यकता जितनी मरीजों को है उतनी ही डॉक्टर को भी है। यदि डॉक्टर प्रशिक्षित रहेंगे तो मरीजों को अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सकेगा इसी उद्देश्य से यह वर्कशॉप आयोजित की गई थी। वर्कशॉप में डॉक्टर्स एवं प्रैक्टिसनर्स को लेक्चर्स एवं लाइव डेमो के माध्यम से कॉम्प्लेक्स एंजियोप्लास्टी की बारीकियां सिखाई। वहीं लाइव डेमो देकर प्रशिक्षुओं को एंजियोप्लास्टी की जटिल तकनीक से रूबरू कराया गया एवं सेशन के बाद जिज्ञासुओं के प्रश्नों का संतोषजनक उत्तर दिया गया।