
भीषण गर्मी में लोग भदभदा जलप्रपात का नजारा देखने और नहाने के लिए पहुंच जाते हैं। पास में ही छतरपुर जिले की सीमा भी लगी हुई है। इसलिए यहां के लोग भी भदभदा वाटर फाल का आनंद लेने पहुंच रहे हैं।
दमोह जिले में तापमान 44 डिग्री से अधिक हो गया है। जिससे लोग भीषण गर्मी से परेशान होने के चलते अपने परिवार के साथ बुंदेलखंड के धुआंधार कहे जाने वाले दमोह के भदभदा वाटर फाल पहुंच रहे हैं।
जबसे सुनार नदी में पंचम नगर से पानी छोड़ा गया है भदभदा का वाटर फाल भी चालू हो गया है। स्थिति यह है कि सुबह होते ही लोग यहां पहुंच रहे हैं। बुधवार सुबह भी इसी तरह का नजारा देखा गया, जब सैकड़ों लोग यहां पानी में नहाते देखे गए। आमतौर पर गर्मी के दिनों में वाटर फाल बंद हो जाते हैं, लेकिन भदभदा एक मात्र ऐसा वाटर फाल है जो भीषण गर्मी के मौसम में ही शुरू होता है। जिस तरह से जबलपुर जिले के भेड़ाघाट को धुआंधार कहा जाता है उसी तरह भदभदा वाटर फाल को भी छोटा धुआंधार कहते हैं। क्योंकि यहां पत्थरों की चट्टानों से जब पानी गिरता है तो हवा में उड़ता हुआ दिखाई देता है।
बता दें हटा तहसील में हारट गांव के पास सुनार नदी पर यह भदभदा वाटर फाल है। यहां पर सुबह 5 बजे से शाम 6 बजे तक लोग नहाने और पिकनिक मनाने के लिए पहुंच रहे हैं। दरअसल जैसे ही सुनार नदी पानी कम होता है तब बटियागढ़ तहसील के पंचमनगर डेम से नदी में पानी छोड़ दिया जाता है। यह प्रक्रिया हर साल जल संसाधन विभाग की ओर से गर्मी के दिनों में की जाती है। इस बार भी विभाग ने सुनार नदी में 10 लाख लीटर पानी छोड़ा है। जिससे नदी के साथ-साथ भदभदा प्वाइंट भी गुलजार हो गया है। भीषण गर्मी में लोग भदभदा जलप्रपात का नजारा देखने और नहाने के लिए पहुंच जाते हैं। पास में ही छतरपुर जिले की सीमा भी लगी हुई है इसलिए यहां के लोग भी भदभदा वाटर फाल का आनंद लेने पहुंच रहे हैं।