
पथरिया स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर अमित जैन ने बताया, मरीज रात में भर्ती हुआ था। उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया था। लेकिन रात में वह घर चले गए थे। सुबह उन्हें फिर जिला अस्पताल भेजने के लिए एंबुलेंस की डिमांड की गई, जो नहीं मिली।
दमोह जिले में 108 एंबुलेंस की सुवधाओं का लाभ लेने मरीजों को परेशानी से गुजरना पड़ रहा है।शुक्रवार सुबह तो हद हो गई, जब मरीज को लेने पंक्चर एंबुलेंस ही पहुंच गई। जिले के पथरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती एक हार्ट के मरीज को जिला अस्पताल पहुंचाने के लिए समय पर 108 वाहन नहीं मिला। शुक्रवार सुबह 5.30 मरीज की पत्नी ने 108 पर कॉल किया और 8.30 यानी तीन घंटे बाद गढ़ाकोटा से एंबुलेंस आई। लेकिन उसका पिछला पहिया पंचर था। जब सागर डीएम से इस मामले में बात की तो उन्होंने कहा कि 10 मिनट में दूसरी गाड़ी पहुंच जाएगी। लेकिन फिर भी दूसरे एंबुलेंस नहीं पहुंची है।
यह पूरी परेशानी इसलिए हुई कि दमोह जिले में संचालित 108 एंबुलेंस किसी दूसरे कॉल पर व्यस्त होने के कारण मौजूद नहीं थी। मरीज की पत्नी अपने पति के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित थी। इसलिए उसने 108 प्रबंधन पर अव्यवस्थाओं के आरोप लगाए। पथरिया वार्ड नंबर 7 निवासी मरीज इंद्राज ठाकुर की पत्नी सीमा ठाकुर ने बताया कि गुरुवार रात करीब 12 उनके पति का स्वास्थ्य खराब हुआ था। उन्हें बेचैनी और घबराहट हो रही थी, जिसके बाद पथरिया स्वास्थ्य केंद्र लेकर आए। डॉक्टर ने उनके पति को जिला अस्पताल रेफर किया। उन्होंने 108 एंबुलेंस को सुबह कॉल किया, तीन घंटे बाद एंबुलेंस पहुंची। लेकिन उसका पिछला पहिया पंचर था। चालक ने अपनी समस्या बताई और जब दोबारा अपने अधिकारी से बात की तो उन्होंने कहा कि कुछ देर बाद एंबुलेंस पहुंच जाएगी, लेकिन अभी तक नहीं पहुंची।
एंबुलेंस के पायलट अभय राज ने बताया कि रात से ही उसकी गाड़ी पंचर है। एक कॉल लेकर वह सागर गया था और वहां से गढ़ाकोटा से सीधे यहां पर आ गया। पहिया पंचर है, सुधरवाने में टाइम लगेगा। सर से बात की है, दूसरे वाहन का इंतजार कर रहे। पथरिया स्वास्थय केंद्र में पदस्थ डॉक्टर अमित जैन ने बताया, मरीज रात में भर्ती हुआ था। उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया था, लेकिन रात में वह घर चले गए थे। सुबह वापस आए, उन्हें फिर जिला अस्पताल रेफर किया गया। एंबुलेंस की डिमांड की गई जो नहीं मिली। वहीं, पूरे मामले में सीएमएचओ डाक्टर सरोजनी जेम्स बैक का कहना है कि वह जानकारी लेती हैं कि वाहन दुरुस्त क्यों नहीं रहते। क्योंकि तेंदूखेड़ा से भी पिछले दिनों शिकायत आई थी।