
मध्य प्रदेश की सरकार ने देर रात तीन बजे 37 आईएएस अफसरों के साथ ही राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसरों के तबादले किए। फिर प्रोबेशन पर आईएएस अफसरों को भी मैदान में भेजा। इसके लिए सरकार के बड़े नुमाइंदे देर रात तक जागे।
मध्य प्रदेश की अफसरशाही में व्यापक फेरबदल हुआ है। वह भी देर रात तीन बजे। आखिर ऐसा क्या हो गया, जो सरकार ने रातभर जागकर मैदानी अमले में व्यापक बदलाव किए। यानी आचार संहिता लगने से पहले ही पूरा ‘मैदान’ बदल दिया है। जो अफसर हाल ही में नेताओं की आंख की किरकिरी बने, उन्हें भी उनकी सही जगह भेज दिया गया।
शुक्रवार सुबह उठते ही सबसे पहली खबर आई देर रात को जारी तबादला सूची की। 37 आईएएस अफसरों का तबादला किए गए हैं। फिर 16 राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी भी यहां-वहां किए गए। 9 प्रोबेशन पर आए आईएएस अफसरों को भी पहली पोस्टिंग दी गई। यह सब हुआ देर रात को। इसकी दो बड़ी वजह है। प्रदेश की प्रशासनिक मुखिया वीरा राणा को मुख्य सचिव पद पर सेवा विस्तार दिया गया है। यह खबर गुरुवार दिन में आई। एक-दो दिन में औपचारिक आदेश आने की संभावना है। दूसरा, गुरुवार को ही चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति हो गई। अब शऩिवार को दोपहर को लोकसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा के साथ ही आचार संहिता भी लागू हो जाएगी। सरकार को प्रशासनिक मशीनरी में फेरबदल आचार संहिता लगने से पहले करना था। ताकि किसी भी बदलाव के लिए चुनाव आयोग से पूछना न पड़े।
पहली बार देर रात को आई लिस्ट
चार महीने पुरानी डॉ. मोहन यादव सरकार के लिए तो यह पहला ही मौका है जब देर रात तक जागकर अधिकारियों ने लिस्ट तैयार की। फिर देर रात को ही तबादला लिस्ट जारी भी कर दी। तबादलों की सूची रात को आने की वजह सिर्फ आचार संहिता लागू होने की वजह नहीं है। कुछ अधिकारियों का वहां स्थानीय नेताओं से समीकरण गड़बड़ा गया था। गुना की ही बात करें तो केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कलेक्टर अमनवीर सिंह बैंस को सीधे-सीधे शब्दों में संदेश देना पड़ा था। अब बैंस को हटा दिया गया है।
तीन साल से जमे अफसरों को भी हटाया
राज्य सरकार ने तीन साल से एक ही लोकसभा क्षेत्र में जमे अधिकारियों को हटाने के चुनाव आयोग के आदेश का पालन भी किया है। इसके साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों की शिकायत और विवादों में फंसे अधिकारियों को हटाकर सफाई करने का काम किया है। कुल मिलाकर मैदानी अमले में बड़े बदलाव किए गए हैं। राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसरों को भी सेट किया गया है। खास बात यह है कि आदेश पर तारीख गुरुवार की है, जबकि यह आदेश सामने आया शुक्रवार तड़के तीन बजे।
पूर्व सीएस के बेटे को हटाया
पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस के बेटे अमनवीर सिंह बैंस को गुना कलेक्टर के पद से हटाया गया है। अमनवीर को मध्य प्रदेश शासन ऊर्जा विकास निगम का प्रबंध संचालक बनाया गया है। बैंस को दो महीने पहले ही मंच से सिंधिया ने फटकारा था। उनकी कार्यप्रणाली से स्थानीय नेताओं की नाराजगी की भी बात सामने आ रही थी। उनके पिता इकबाल सिंह बैंस की कार्यप्रणाली पर सिंधिया समर्थकों ने सवाल खड़े किए थे।
हरदा पटाखा विस्फोट मामले में आया था नाम
हरदा पटाखा विस्फोट मामले में नाम आने के बाद विवादित अधिकारी माल सिंह भयड़िया को सरकार ने मंत्रालय में सचिव बनाया था। अब उनको मध्य प्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड का प्रबंध संचालक बनाया गया है। लंबे समय से शहडोल कलेक्टर के पद पर पदस्थ वंदना वैद्य को अपर आयुक्त आदिवासी विकास मध्य प्रदेश भोपाल तथा प्रबंध संचालक मध्य प्रदेश अनुसूचित जनजाति वित्त एवं विकास निगम भोपाल के पद पर पदस्थ किया गया।
हर्षिका सिंह के खिलाफ भी हुई थी शिकायत
इंदौर की सराफा चाट चौपाटी संचालन के लिए कमेटी गठित कर विवाद में फंसी नगर निगम कमिश्नर हर्षिका सिंह को हटा कर कौशल विकास का संचालक बनाया गया। निगम कमिश्नर के खिलाफ परिषद के सदस्यों ने मंत्री को पत्र लिखा था। लंबे समय से सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग के सचिव एवं उद्योग विभाग के आयुक्त पद पर पदस्थ पी नरहरि को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग का सचिव बनाया गया है।
इन अधिकारियों की भी नवीन पदस्थापना
गुप्ता राज्यपाल के पीएस बने
संजय कुमार शुक्ला को महिला और बाल विकास विभाग का प्रमुख सचिव बनाया गया है, जबकि मुकेश चंद गुप्ता अब राज्यपाल के प्रमुख सचिव होंगे। वहीं, विवेक कुमार पोरवाल को लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग का प्रमुख सचिव तथा आयुक्त स्वास्थ्य सेवाएं के साथ खाद्य सुरक्षा, मध्य प्रदेश के आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। वहीं, डॉ. नवनीत मोहन कोठारी को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग का सचिव और आयुक्त उद्योग बनाया गया है। धनंजय सिंह भदौरिया को कृषि विपणन बोर्ड सह आयुक्त मंडी मध्य प्रदेश भोपाल में सचिव पदस्थ किया गया है।
अनुभा श्रीवास्तव राजस्व आयुक्त बनाया
बाबू सिंह जामोद को शहडोल कमिश्नर, श्रीमन शुक्ल को योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग का सचिव और राज्य योजना आयोग का सदस्य सचिव बनाया गया है। वहीं, शिल्पा गुप्ता को लोक शिक्षण का आयुक्त तथा स्कूल शिक्षा विभाग का पदेन सचिव पदस्थ किया गया है। अनुभा श्रीवास्तव को प्रमुख राजस्व आयुक्त बनाया गया है। शशिभूषण सिंह को उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण का संचालक बनाया गया है।
सुरेश कुमार पन्ना कलेक्टर होंगे
सत्येंद्र सिंह को गुना कलेक्टर, छोटे सिंह को राजस्व मंडल ग्वालियर मध्य प्रदेश का सचिव, अक्षय कुमार सिंह को अपर सचिव, मध्य प्रदेश शासन सामान्य प्रशासन विभाग, सुरेश कुमार पन्ना कलेक्टर होंगे। वहीं, हरजिंदर सिंह को मध्य प्रदेश शासन पशुपालन एवं डेयरी विभाग का अपर सचिव नियुक्त किया है। संजय कुमार राजस्व विभाग मध्य प्रदेश शासन के अपर सचिव होंगे।
तरुण भटनागर को शहडोल कलेक्टर की जिम्मेदारी
मनोज पुष्प को पंचायत राज, मध्य प्रदेश भोपाल का संचालन एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी, मध्य प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन भोपाल का अतिरिक्त प्रभार दिया है। इसके अलावा रोहित सिंह को वित्त विभाग में उप सचिव, तरुण भटनागर कर शहडोल कलेक्टर, अरुण कुमार परमार को उप सचिव मध्य प्रदेश शासन नर्मदा घाटी विकास का प्रबंध संचालक बनाया गया है।
शिवम वर्मा इंदौर नगर निगम आयुक्त
शिवम वर्मा को इंदौर नगर निगम आयुक्त बनाया गया है। जबकि फ्रैंक नोबेल की जगह हरेंद्र नारायण भोपाल नगर निगम आयुक्त बनाए गए हैं। फ्रैंक नोबेल को नगरीय विकास एवं आवास विभाग में उप सचिव बनाया गया है। वहीं, चंद्रशेखर शुक्ला को सिंगरौली कलेक्टर, हर्षल पंचौली को भोपाल में अपर कलेक्टर, हिंमांशु चंद्र को अपर कलेक्टर भोपाल, जगदीश कुमार गोमे को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत भिंड बनाया गया है।
धाकरे को सामाजिक न्याय विभाग में उप सचिव बनाया
अंकिता धाकरे को सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग में उप सचिव, शेर सिंह मीना को नगर पालिक निगम सतना का आयुक्त, अक्षय कुमार तेम्रवाल को नगरीय प्रशासन एवं विकास मध्य प्रदेश में अपर आयुक्त, काजल जावला को बड़वानी जिला पंचायत और आकाश सिंह को खरगोन जिला पंचायत का मुख्य कार्यपालन अधिकारी नियुक्त किया है।