
जिम्मेदार उपयंत्री अपनी भूमिका से झाड़ रहा है पल्ला
दमोह- हटा नगर के शास्त्री वार्ड लाल टेक में केंद्रीय विद्यालय के नवीन भवन का निर्माण कार्य किया जा रहा है जिसमें बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करके घटिया व गुणवत्ता हीन सामग्री का उपयोग किया जा रहा है, नवीन केंद्रीय विद्यालय की बिल्डिंग की स्वीकृत राशि लगभग ₹22 करोड़ रुपए है।
जिसमें छात्र छात्राओं के लिए सुव्यवस्थित क्लासरूम हॉल, शौचालय लैब,शिक्षक निवास, खेल मैदान,बाउंड्रीवाल व अन्य सुविधाएं उपलब्ध किया जाना है । पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री तथा पूर्व सांसद तथा वर्तमान में राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल एवम वर्तमान विधायक उमादेवी खटीक के अथक प्रयासों से शासन द्वारा इतनी बड़ी राशि से यह भवन निर्माण किया जा रहा है, भवन निर्माण का ठेका छत्तीसगढ़ की श्रीजी कृपा कंस्ट्रक्शन कंपनी को मिला था जिसने लोकल ठेकेदारों को पेटी पर यह कार्य देकर घटिया निर्माण करवाया जिसकी शिकायत होने पर कंपनी द्वारा स्वयं कार्य अपने हाथों में लेकर एक बार फिर कार्य प्रारंभ किया गया , लेकिन इस कंपनी श्री जी कृपा द्वारा बड़े पैमाने पर घोटाला कर घटिया किस्म की लोकल नदी की मिट्टी व बजरा युक्त रेत व डस्ट का उपयोग किया जा रहा है जिससे इस भवन की गुणवत्ता पर सवालिया निशान लग रहे हैं, कमरों में फ्लोर टाइल्स लगाने में डस्ट का उपयोग किया जा रहा है जो नियम विरुद्ध है इस डस्ट के उपयोग से फ्लोर टाइल्स कुछ ही समय में क्षतिग्रस्त होकर उखड़ जायेंगे ,इसके साथ ही निर्माण कार्य में सबसे अहम चीज होती है पानी की तराई जो कि नहीं की जा रही है जिससे इस बिल्डिंग का लंबे समय तक उपयोगी साबित हो पाना नामुमकिन लग रहा है,नगर के लिए मील का पत्थर साबित होने वाले इस केंद्रीय विद्यालय भवन की गुणवत्ता की अगर वृहद पैमाने पर उच्चस्तरीय जांच हो जाए तो भ्रष्टाचार की सारी कहानी परत दर परत सामने आ जाएगी और श्री जी कृपा कंस्ट्रक्शन कपनी का भ्रष्टाचार भी उजागर हो जायेगा । निर्माणाधीन बिल्डिंग में कंपनी के उपयंत्री रवि कुमार की महत्वपूर्ण भूमिका है जो यहां बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार कर घटिया मटेरियल का उपयोग करके घटिया निर्माण करा रहा है , जोकि बड़ी गंभीर लापरवाही को दर्शाता है, जब इस संबंध में हमने वहां मौजूद उपयंत्री रवि कुमार से इस संबंध में शिकायत की तो उन्होंने इस घटिया मटेरियल को सही बताते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया।
जब इस संबंध में हमने जिला कलेक्टर सुधीर कोचर से बात की तो उनका कहना था कि मैं हटा आकर खुद इसका निरीक्षण करूंगा।